जय सेवा जय बड़ादेव जय गोंडवाना/ Jai Seva Jai Gondwana

माता दंतेश्वरी और राजा अन्नम देव की कहानी

माता दंतेश्वरी और राजा अन्नम देव की कहानी
राजा अन्नमदेव के रुकने से स्थापित हुई देवी                  काले ग्रेनाइट से बनी है छह भुजाओं वाली देवी  की  प्रतिमा  दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी की षट्भुजी क…
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येसंग पाठ - 7 ( कपटी तांत्रिक और महाराज संग्राम शाह )

येसंग पाठ - 7                       बहुत पुरानी बात है कि महाराजा संग्राम शाह गोंडवाने के बावन गढ़ों की बागडोर सम्हालते हुए जब कल-कल…
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सारूंग पाठ - 6

सारूंग पाठ - 6                               प्राचीन काल में माता कली कंकाली के 33 कोटी बच्चों से परेशान होकर शंभुशेक ने उन्हें कोयली कछा…
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सांयुग पाठ -5 ( कथा माता कली कंकाली की)

सांयुग पाठ -5                             एक समय की बात है जब सोना माता गर्भावस्था में थीं। तब उसे कोंडवारी (केवलार भाजी) वनस्पति की …
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नालुंग पाठ - 4

नालुंग पाठ - 4                 कोया पुनेम के बंदनीय तत्वों को समझाते हुए गुरु विक्रमदेव ने कहा हे राजन सगा समाज, गोठूल, पेनकड़ा, पु…
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मूंद पाठ -3 ( सर्वोच्च शक्ति का आमंत्रण )

मूंद पाठ - 3              सर्वशक्तिमान फड़ापेन महाव्रत पूजा को समझकर राजा वीरशाह गुरु विक्रमदेव सहित समस्त प्रजा तथा समाज सेवकों व धर्माचार्यों को "दिया…
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रण्ड पाठ - 2 (अध्याय - 2)

रण्ड पाठ - 2 (अध्याय - 2)
रण्ड पाठ - 2                         सर्वशक्तिमान फड़ापेन (बड़ादेव) महाव्रत पूजा प्रक्रिया को समझाते हुए गुरु विक्रम देव ने कहा हे …
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एक सवाल " क्या आदिवासी (indigenous) इन्सान है?"

एक सवाल " क्या आदिवासी (indigenous) इन्सान है?"
जोहार जोहार "International Day of the World's Indigenous Peoples" "विश्व आदिवसी दिवस " कि उपलब्धी पर  हार्दिक बधाईया तथा खूब सारी शुभ…
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परम शक्ति फड़ापेन की कथा

जयसेवा                                              जय गोंडवाना                 परम शक्ति फड़ापेन की कथा                             सर्वशक्तिमान बड़ादेव की स…
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कोया गोंडी धर्म के बारे में संक्षिप्त वर्णन।

माता कली कंकाली अर्थात जंगो रायतार माता के आश्रम के बारह पुत्र कालांतर में कोया पुनेम के आदि धर्म गुरु पहांदीपारी कुपार लिंगों के शिष्य बने । उनका देव सगा गोत्…
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आदिवासी देव मूल संस्कृति

आदिवासी देव मूल संस्कृति
आदिम समाज अपने संस्कारों में प्रकृति में व्याप्त समस्त संसाधनों, चार-आचार, तरल-ठोस, जीव-निर्जीव सभी को देव या देवी का अंश मानता है । संस्कारों के…
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श्वास रोग और आंक का लाभकारी उपचार ।

श्वास रोग और आंक का लाभकारी उपचार ।
श्वास रोग पर आक के चमत्कारी प्रयोग।   १. आक का पत्ता १, काली मिर्च ५२ इन दोन को खरल करके माष के दाने के समान गोलियां बनाएं इनमें से छह गोलियां गर्म ज…
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विभिन्न गोंडों की गोत्रावली आप की जानकारी हेतु

विभिन्न गोंडों की गोत्रावली आप की जानकारी हेतु               ध्रुव वंश गोत्रावली तीन देव:- सोरी, मरकाम, खुसरो चार देव :-  नेताम, टेकाम, करियाम, सिं…
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